subhash

हेलो व मेरा नाम अतुल सुभाष है मैं तकरीबन 34 साल का हूं बेंगलोर में रहता हूं आज
मैं सुसाइड कमिट करने जा रहा हूं इसका कारण पांच लोग है पहला प्रिंसिपल फैमिली कोर्ट जज जौनपुर ता कौशिक दूसरा मेरी
पत्नी निकिता सिंघानिया जो कि एक्सेंचर कंपनी में काम करती है दिल्ली में तीसरा
मेरी मदर इनलॉ निशा सिंघानिया जो की जौनपुर में रहती है चौथा मेरा ब्रदर इन लॉ
अनुराग सिंघानिया जो कि उर् पियूष सिंघानिया अनुराग पीयूष सिंघानिया जो कि
जौनपुर में रहता है पांचवा मेरे पत्नी के अंकल सुशील सिंघानिया जो कि जौनपुर में
रहते हैं आज मैं आपको बताऊंगा इस वीडियो में कि
हम मेरे मेरे बूढ़े माता-पिता और मेरे भाई पर कितने केसेस डाले गए
हैं हमें कैसे हरस किया गया है हमें हमसे
कैसे पैसे एंटने एक्ट करने की कोशिश की जा रही है कितने पैसों का मामला है और कैसे
मुझे ये सुसाइड करने पे के लिए डायरेक्टली इंस्टिगेट किया गया है और ऐसे सिचुएशन बना
दिए गए हैं जहां पर मेरा खुद को खत्म कर देना ही सबसे सही रास्ता समझ में आता
है इसमें मैं आपको यह भी बताऊंगा कि यह जो पैसों का खेल है यह कितने अमाउंट का खेल
हैने कितने पैसों का गोरक धंधा है ये
मैं उसके बाद हर किरदार का रोल बताऊंगा पांचों लोगों का और अंत में मैं कुछ अपनी
आखिरी इच्छाएं भी बताना चाहूंगा इस वीडियो को देखकर आपको यह सीखने
को मिलेगा कि कैसे आज कोई भी लड़की किसी भी आदमी और उसके पूरे परिवार को बर्बाद कर
सकता है इस कानूनी व्यवस्था का इस्तेमाल करके और कैसे यह कानूनी
व्यवस्था सिर्फ कानूनन तरीके से आदमियों के खिलाफ नहीं है बल्कि कैसे यह
भ्रष्ट भी है और आपको यह सोचने पर मजबूर करेगा कि क्या हम अपनी आस्था ऐसी व्यवस्था
पर रख सकते हैं मैं कोशिश करूंगा कि यह वीडियो हिंदी
में बनाऊ ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसे समझ पाए बट बोलने के फलो में मैं कई बार
अंग्रेजी में भी स्विच कर जाता हूं उसके लिए माफी चाहूंगा बता दूं आपको कि अभी तक तकरीबन
मैंने जोड़ा है 120 से भी अधिक कोर्ट के डेट्स लग चुके हैं लास्ट ई तीन सालों में अक्रॉस ल
केसेस और 40 बार में खुद इन कोर्ट डेट्स को अटेंड करने के लिए बेंगलोर से जौनपुर
जा चुका हूं इसके अलावा मेरे माता पिता और भाई को भी अक्सर कोर्ट के चक्कर काटने
पड़ते हैं एक कोर्ट ट अटेंड करने के लिए मुझे
तकरीबन दो दिन का समय लगता है मिनिमम बेंगलोर से जनपुर जाना वहां को अटें डेट
अटेंड करना अगले दिन और फिर वापस आना मुझे साल में 2 छुट्टिया मिलती है तो आप
अंदाजा लगा सकते हैं कि क्या इन कोर्ट केसेस से लड़ पाना किसी के लिए भी पॉसिबल
है या नहीं यह बात जानकर आपको हैरानी नहीं होनी चाहिए की अधिकतर डेट पर इन कोर्ट केसेस
में कुछ भी नहीं होता या तो जज एब्सेंट होती है या लॉयर्स
का हड़ताल होता है या फिर कंडोलेंस होता है कंडोलेंस का मतलब अगर उस पूरे इलाके
में परे जिले में कोई भी पुराना नया कोई भी जज अगर उसकी मृत्य हो
जाती है तो उस दिन कोर्ट में कोई काम नहीं होता चौथा अगर कोर्ट डेट में किसी भी तरह
सब लोग मौजूद भी हैं तो जो सामने वाला वकील है वह अगले डेट की मांग कर सकता है
और उसे बड़ी आसानी से ही अगला डेट दे दिया जाएगा तो आप को चाहते हो अपना समय बर्बाद करते हो अपने पैसे बर्बाद करते
हो हराश होते हो और वापस आते हो तो यह हो
गई अब मैं आपको बताऊंगा कि हम पर कितने सारे केसेस डाले गए किने के चल
रहे तो मेरी पत्नी ने कुल न केसेस जहा तकरी जानकारी डाले लोर कोर्ट में तीन हाई
कोर्ट में एक कोर्ट मैंने हाई को केस मैंने हाई कोर्ट में डाला है जक्शन का पहला केस अगर देखें तो यह बात जान के
आपको जरूर हैरानी हो चाहिए मेरे ऊपर मेरे माता पिता के ऊपर और मेरे भाई के ऊपर मर्डर 302 धारा
302 धारा 377 अननेचुरल सेक्स और प्राकृतिक न
संबंध 498 ए 323 406 504
506 यह सारी आईपीसी की धारा और री प्रोविजन एक्ट के अंतर्गत धारा ती बा च के
अंदर मुझ पर एक केस डाला गया धारा 156 बाती आईपीसी के अंतर्गत 2022 में
ठीक तीन महीने बाद इस केस को वापस भी लेया आप अगर अंदाजा लगा पाए तो आप सोच
सकते हैं कि किसी भी परिवार पर अगर ऐसी संगीन धाराए मडर 302 377 जिसम बेल मिलना भी मुश्किल है अगर ऐसी
धाराए लगे तो उन पर क्या बीती होगी लेकिन हमारे सिस्टम में किसी को भी अला है की कुछ भी डाल दे कभी भी और कभी भी
वापस अब अगर बात करें धाराओं की तो 302 मर
मेरे मेरे माता पिता और भाई पर इल्जाम लगा ता कि हमने मेरे स्वर्गीय फादर इन लॉ से द
लाख रुपए दहेज मांगे 2019 में और उन्हें इससे बहुत गहरा आघात लगा और उनकी मृत्यु
हो गई यह भी बताना चाहूंगा कि मेरी पत्नी ने मेरी इनकम कोर्ट के अंदर 4 लाख रप और बाद
में 0 लाख बताई है इनका इल्जाम य है कि 10 लाख रप की वजह से इनके पिता की मृत्यु हो
गई जो हमने मांगा और मैंने अपनी पत्नी और बच्चे को 10 लाख के लिए छोड़
दिया अब ये भी बताना चाहूंगा कि मेरी पत्नी ने सीआरपीसी 125 जो कि दूसरा केस है उसके
क्रॉस एग्जामिनेशन में यह कबूल किया कि उनके पिता की मृत्यु लंबे समय की बीमारी के बाद हुआ ये उन्होंने
2023 दिसंबर अक्टूबर और नवंबर में अपने क्रॉस एग्जामिनेशन में कबूल
किया सच्चाई ये है कि मेरे फादर इन लॉ काफी लंबे समय से बीमार थे इसलिए शादी भी
जल्दी हुई उन्हें हार्ट की बीमारी डायबिटीज ब्लड थिनिंग की दवाई लेते थे
एम्स उनका 10 साल से अधिक से इलाज चल रहा था डॉक्टर ने उन्ह बहुत कम टाइम दिया था
उसकी से हमारी शादी 2019 में हुई उसके शादी के कुछ महीनों बाद अगत 2019 में उनकी
मृत्यु हो गई 2019 में शादी के बाद और ये केस जो हम पर और उनकी मृत्यु ब्लड
क्लट ब्रेन में जाने से हुई एक केस हम पर मृत्यु 2019 अगस्त में
हुई है केस हम पर 2022 में लगा है मई 2021 तक मेरी पत्नी मेरे साथ रहती
थी तकरीबन पौने दो साल पिता की मृत्यु के बाद भी और यहां से जाने के तकरीबन आठ
महीने बाद उन्होंने ये केस डाला 2022 में तकरीबन ढाई साल बाद पिता की मृत्यु
के आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हो कि ये क्या था अब बात करते हैं दूसरी धारा की
377 जो है अननेचुरल सेक्स तो मुझे नहीं पता कि मैंने कौन सा अननेचुरल सेक्स किया
है हमारा बेटा है तो जरूर सेक्स हुआ है ब क्या नेचरल
मुझे नहीं पता मेरी पत्नी के पास कोई भी मेडिकल प्रूफ कोई भी मेडिकल एग्जामिनेशन कुछ भी नहीं
है अब मैं बताना चाहूंगा कुछ बातें नेचरल सेक्स की बात तो दर जो नेचुरल सेक्स होता
है व भी अंतिम छ महीने से अधिक में मेरे और मेरी पत्नी के बीच नहीं
हुआ इसका कारण अगर मैं आपको बताऊंगा तो यह है कि मेरी पत्नी पा पा दिन तक नहाती नहीं
तब भी जब बच्चे को ब्रेस्ट फंग करना है दूध पिलाना है तब भी साफ सफाई का कोई ख्याल
नहीं जो उसकी आदत थी की जो आपका आर्म पिट होता है जिसको बगल या काक भी बोलते है
हिंदी में उसे चाटना होता था तो आप अगर लेते हो तो उसे चाटे आप सोच सकते कि किसी
भी आदमी को यह कितना अजीब सा गंदा लगेगा इसके अलावा मेरी पत्नी की
एक्सपेक्टेशन मुझसे थी कि मैं उनके मल मूत्र के द्वार को चाटू तो यह मुझसे हो पाएगा
और ये मैं नहीं कर पाऊ हर दिन
जब वो कुछ सेक्स के लिए इट करने की कोशिश करती थी तो मैं बहाना बनाता था कि आज मेरा सर दर्द हो रहा है आज मैं थक गया हूं तो
जो एक सामाजिक धारणा है कि औरत को के पीछे आदमी पत्नी के पीछे आदमी सेक्स के लिए पड़ा रहता है और उसे सर दर्द और थकने का
बहाना बनाना पड़ता है तो ऐसा औरत के साथ ही नहीं आदमी के साथ भी होता है आदमी का भी मिनिमम स्टैंडर्ड होता है सेक्स करने
के तो यह 377 के बारे में मैं इतना ही कहना चाहूंगा हालांकि कई सारी बातें हैं जो
शायद इस पब्लिक फोरम प नहीं बोलना चाहिए उसके अलावा 498 ये धारा तो काफी
पॉपुलर है जाने कितने लाखों परिवारों और करोड़ों आदमियों को बर्बाद किया इसने
पिछले 40 सालों में कितने लोगों ने इसकी वजह से अपनी जान फिर भी ये आज भी
है इसके अलावा वही दहेज लाख रप मांगने का इल्जाम और बाकी कुछ छोटी मोटी धाराए
मारपीट धमकी देना इ ये पहला केस वापस ले दूसरा केस जो हम पर डाला उसने सीआरपीसी
125 के अंदर मेंटेनेंस के लिए यह जज रीता कश के कोर्ट में दाखिल हुआ था और इसके
बारे में विस्तार से बात करेंगे हालाकि यहां पर मैं यह भी बताना चाहूंगा कि इस मेंटेनेंस केस में मेरे पत्नी की जमा मुझसे दो लाख प्रति महीने लाख मेरे दो साल
से कम उम्र के बच्चे के भरण पोषण के लिए और लाख अपने भरण
पोषण तीसरा जो केस डाला वो एचएम हिंदू मैरिज एक्ट के सेक्शन 1 के अंदर डिवोर्स
का केस डाला य भी ता कौशिक के कोर्ट में था यह केस उन्होने छ महीने बाद लड़ने के
बाद एक एप्लीकेशन डाला वापस लेने के लिए इसमें इन्होने रीजन बताया कि इनके वकील ने
इन्ह गुमराह करके केस डाल दिया इन्ह पता ही नहीं था कि य केस कोर्ट में डाला है य यह बात जाननी जरूरी है कि मेरी पत्नी एक
बीटेक इन कंप्यूटर साइंस एमबीए इन फांस एक् मल्टीनेशनल कंपनी में एई इंजीनियरिंग
कंसल्टेंट के पद पर काम करती है सारे डॉक्यूमेंट मेरी पत्नी के
सिगनेचर जो कोट डे महीने लगे उन य आती रही वहां पर भी इनके
सिगनेचर और उस बीच दौरान कितने सार डॉक्यूमेंट
सबमिट हुए ने लाई हु जहा मजूद
इसमें हमने सेक्शन 26 के अंतर्गत मैंने अपने बच्चे से मिलने का भी आवेदन दिया जिस
पर ओबवियसली कुछ भी कारवाही नहीं हुई और इस केस को 2022 में वापस लेने के
लिए एप्लीकेशन डाला था मेरी पत्नी ने लेकिन ता कौशिक ने 2022 में खारिज नहीं किया 2024 तक य केस फिर भी चलता रहा और
2024 में इसका जजमेंट दिया अब बात करेंगे और इसके बाद कोर्ट का
समय बर्बाद करना मैंने अपने वकीलो पर इतना खर्च किया आने जाने में इतना खर्च किया कोनेशन
में माथा पची हुई लेकिन इस पर इन पर कोई जुर्माना तक नहीं लगा डाट तक नहीं
पड़ी तोय तीसरा केस हो गया चौथा केस ने डोमेस्टिक वायलेंस का केस डाला मेरे मेरे
माता पिता और भाई के डीवी एक्ट सेक्शन के अंदर डालने के तकरीबन 20 में ने केस डाला
तकरीबन दो साल तक ना ये मेरी पत्नी ना उनका वकील इस प केस की पैरवी करने के लिए
कोर्ट में आए और ये केस 2 24 में कुछ
महीने पहले खारिज हुआ यह मुझे ई कोर्ट एप्लीकेशन से पता चला पाचवा केस फिर से खारिज होने के बाद
दो साल समय बर्बाद करने के बाद कोर्ट का फिर से डोमेस्टिक वालेस का केस इन्होने फिर से दाखिल किया सितं
204 तो ये पाच केसेस हो छठा केस जो पहला केस इन्होंने वापस लिया था अब वापस से
नॉर्मल एफआईआर के थ्रू फिर से दाखिल किया जिसके अंदर आपकी धाराएं हैं आईपीसी के
अंदर 498 ए 323 504 506 दा प्रिवेंशन एक्ट
के अंदर धारावा फ दहेज लेने के लिए तो ये धाराए डालकर फिर से डाल य पांच केसेस छह
केसेस जो है वो लोअर कोर्ट में डालो सातवा केस जो हाई कोर्ट में डाला वो
सीआरपीसी 125 के केस को फास्ट ट्रैक करने के लिए डाला हाई कोर्ट से डायरेक्शन भी मिल गया कि छ महीने में सीआरपी 125 का केस
कंप्लीट किया जाए ये केस डालने का आशय ये था कि मुझे और हरस किया जाए इस डायरेक्शन
को मिलने के बाद मुझे बंगलोर से आना जाना पड़ता है ता कश को पता है फिर भी दो दिन तीन दिन सात
दिन 15 दिन ऐसे स्पीड से डेट लगने शुरू हो गए तो नीता कौशिक ने पूरा सहयोग किया मुझे
हस करने के लिए क्यों इसके बारे में बात करेंगे फिर आठवा केस इसी तर्ज पर हाई
कोर्ट में डाला गया कि 498 एक केस को भी फास्टक किया जाए फिर से हाई कोर्ट ने उ डायरेक्शन दे दिया कि एक साल के अंदर 498
के केस को खत्म किया जाए य डायरेक्शन उ जनवरी 204 में ही मिल गया बस्ट इसम य है किन्ने इसका इस्तेमाल जनवरी 204 में नहीं
किया तकरीबन आ से न महीने बाद जहा की एक साल मेंही केस खत्म करने का डायरेक्शन है आ से महीने बाद उन्होने लोर कोर्ट में
सितंबर 204 में य एप्लीकेशन लो कोर्ट में डला इसका कारण यह था कि मुझे और भी ज्यादा
हरा किया जाए पहले एक केस को फ अगर दो केसे फस्ट चल रहे साथ साथ तो आप एकही डेट को दो केस अटेंड कर सकते हो तो
पहले एक केस को फास्ट करेंगे वो खत्म होगा तब जाके दूसरे को फास्ट करा जाएगा ताकि आप हमेशा ही इस फास्ट डेट को अटेंड करते रहे
हस होते अगर यह कानून का दुरुपयोग नहीं है तो मुझे नहीं पता कि क्या है कानून का दुरुपयोग
यह आठ केसेस हो गए जो नवा केस मुझे आखरी पता है सीआरपीसी 125 का केस ता जज के कोर्ट
में चल रहा था वहा पर उन्होने डर सुना दिया कि मुझे 00 प्रति माह अपने बच्चे के
भार पोषण के लिए देना है 0000 मेंटेनेंस सिर्फ बच्चे के लिए जब वो दो साल की उम्र
का था तब से उससे भी कुछ कम तब से मुझे 00 प्रति माह सिर्फ बच्चे के भरण पोषण के लिए
देना है जनपुर जैसी जगह प य दिल्ली बेंगलोर और मुंबई की बात नहीं हो रही है
और 00 तब से जो अरियर बन गया मेरा उसके अग मुझे हर महीने अपने बच्चे के स मेंटेनेंस
लिए देना है मैंने कोर्ट में सक्सेसफुली प्रूफ कर दिया हालाकि मेरी वाइफ ने छुपाने की बहुत कोशिश की न मैंने प्रूफ कर दिया
कि वो कमा रही है अच्छे पद पर है तो उसे मेंटेनेंस तो ना दे पाई ता कौशिक जज लेकिन उसके बदले बच्चे के थ्रू
उसे बच्चे के मेंटेनेंस के लिए उसे दे दिया अब आप यह भी समझना चाहिए आपको कि यह
मेंटेनेंस जो होता है यह एमनी से अलग होता है एमनी जो होता है वो
है वो अलग होता है मतलब आखरी में आपको बड़ा सा अमाउंट मिलता है य सिर्फ मेंटेनेंस की बात
हो मेरी पत्नी के लिए 00 प्रति महीने का जो आर्डर पास हुआ है ये भी कम है तो अभी वो हाई कोर्ट में गई है कि उन्हें पैसे
नहीं मिले हैं और अब वो हाई कोर्ट में जाके इस बात के लिए लड़े कि उन्हें और पैसे चाहिए तो ये था नौवा केस हाई कोर्ट
में जो चल रहा है एक केस मैंने हाई कोर्ट में डाला है अलाहाबाद
में जूरिडिक्शन के बेसिस प सीआरपीसी 125 के जूरिडिक्शन अर्थात क्षेत्राधिकार कोर्ट
को उस क्षेत्र के कोट को अधिकारी नहीं है ये केस चलाने का और ये मैंने इसलिए डाला
है क्योंकि एस पर सीआरपीसी 126 इन कंटिन्यूएशन टू सीआरपीसी 125 अ वाइफ कैन
ओनली फाइल अ केस फ्रॉम द प्लेस इफ शी जज गटन मैरिड देर तो जनकर वाज नॉट द प्लेस वी
गट मैरिड दूसरा वेयर हर मैट्रिमोनियल होम वास सो
बैंगलोर वास द मैट्रिमोनियल होम जनपुर वाज नॉट तीसरा वेयर शी लास्ट रि साइडेड विथ द
हस्बैंड सो बैंगलोर वाज द प्लेस वेर वी लास्ट रि साइडेड नॉट जॉन प दिस इ एस पर द
लॉ अगर मैं ये मान भी लू कि औरत को थोड़ी सहूलियत होनी चाहिए कि वो अभी जहां रह रही
है वहां से कोर्ट केस फाइल करो तो मेरी पत्नी जब केस फाइल हो रहा था या हुआ उस
दौरान जौनपुर में नहीं रहती थी वो लखनऊ में रहती थी यह उसने अपने सीआरपीसी 125 के
क्रॉस एग्जामिनेशन में भी कबूल किया और हमने नफ डॉक्यूमेंट्री एविडेंस दिए जो मैं
मनी ऑर्डर भेजता था वो उस एड्रेस से वापस आ रहा था जो ब का बैंक अकाउंट खुला गया था
वो लखनऊ में खुलवाया गया था उसने खुद एक्सेप्ट किया और लखनऊ में रहती थी सवाल ये भी उठता है कि एक शादीशुदा
औरत जो बोल रही है कि लखनऊ में उसके कोई रिलेटिव भी नहीं रहते हैं तो क्यों अकेले
लखनऊ में रहती है रह रही थी आखिर क्या कारण था क्यों अपने घर प नहीं रह रही थी
हालांकि बरहाल बहरहाल वो लखनऊ में उस समय रह रही थी बाद में
क्रॉस एग्जामिनेशन 2024 जब हुआ तब उसने कहा कि वो दिल्ली शिफ्ट हो गई है तो आखिर जौनपुर से केस करने का क्या औच है
यह समझ पाना मुश्किल है चमत्कार य की हाई कोर्ट में जब मैंने और यने ताश के कोर्ट
में सबसे पहले ला उसने खार कर दिया हाई कोर्ट में चमत्कार य है कि ज्यादातर जज जिनके सामने कोर्ट में केस लिस्ट होता है
उनका कहना है कि आप अपना मेंटेनेंस देते रहे हमय रिजेक्ट कर देंगे वकील हमारे बचारे जोड़कर नेक्स्ट डेट लेते नेक्स्ट जज
को सुनले कुछ जो जज य बोलता है कि हम सुनेंगे तो शायद लेकिन सबसे पहले मीडिशन
कराओ मीडिशन के लिए पत्नी को पहले इस बात की कि वो जौनपुर से इलाहाबाद आ पाए जौनपुर
से इलाहाबाद की दूरी दो घंटे है बस से तो तकरीबन तीन चार बार मेडिएशन होगा इसके लिए
मुझे बैंगलोर से अलाहाबाद जाना है मेरी पत्नी व पास में ही रहती है तो उसको प 00 दूंगा ऐसे तीन बार मेडिएशन पहले हो चुके
हैं जो कि फेल हो चुके हैं उसके बाद भी पहले मिशन होगा तब जाके वो सुनेंगे मेरिट प नहीं सुनेंगे
हमारे वकील फिर से हाथ पैर जोड़कर अगली अगली ट ले रहे हैं देखते हैं कि क्या होता
है अब और ये केस का फैसला तो आ भी चुका है
का और वो जूरिडिक्शन का ऑब्जेक्शन अभी चले टोटल 10 केसेस हो
गए अब मैं कवर करना चाहूंगा कुछ इकोनॉमिक्स के पार्ट का किस तरह के पैसे
का डिमांड होहा जैसा आपने सुना की सीआरटीसी 125 धारा के अंदर दो लाख के मेंटेनेंस का डिमांड
है य तो सुना ही होगा आपने इसके अलावा और भी रासे डीवी के अंदर उन्होने क्या डिमांड किया मैंने देखा नहीं
उसके अलावा जब केस नहीं डाले थ सोशल लेवल पर हमारा सेटलमेंट होने की बात हो रही थी तो
उनका डिमांड एक करोड़ था एक करोड़ दो नहीं तो के ल तुम्ह और तुम्हारी फैमिली को हस
करेंगे और तुम्ह चक्कर कटवा हमारा मानना कितना सकते पखा आमी और हमारे पास सारे
एविडेंस है और गलत नहीं किया तो आखिर हमारे साथ क गलत हो सकता है ब शायद में
काफी गलत था एक करोड़ की डिमांड कब थी
शुरू में कोर्ट में ता कश ज के सामने करोड़ की डिमांड जब जज ता कौशिक ने इट मेंटेनेंस 20
ई साल के बच्चे के लिए पास किया तब यह ंड एक करोड़ से न करोड़ होगी हज प्रति माह का
और एक जजमेंट द दिया गया तो अब यह न करोड़ रुप का कितने रुपयो में तबल होगा मुझे
नहीं पता य दो लाख रप चनर जैसी जग पर में
है ना और तीनती करोड़ तो अभी तो पहुंच पता नहीं तो यह पैसों का मामला इस तरह के पैसों का मामला
है और जब तक हम देंगे नहीं तब तक खराज करते रहेंगे अब कहानी में बताऊ कि अगर मैं
कोर्ट का ऑर्डर मान भी ू 0000 प्रति मा देने का मान लो तो इससे थोड़ी दिन बाद ये
फिर से केस डाल सकते हैं चेंज ऑफ सरकमस्टेंस का हर तीन या छ महीने में एक पत्नी कोर्ट में फिर से डाल सकती है केस
चेंज ऑफ सरकमस्टेंस कि मेरा और मेरे बच्चे का खर्च बढ़या है और चकि आप 80000 दे रहे हो 0000 मेंटेनेंस लगा हुआ है और 40000
प्रू कर रहे हो आपकी हैज देने की है कमलाई करोगे डर आप आपका मेंज हो जाएगा और फिर से कुछ अर
लगेगा और फिर अमाउ बेगा य जो साइकल है य तक चलता रहेगा या तो आप बर्बाद हो जाओ केस
लड़के या य जो बड़ी अमाउंट मांग रहे हैं व दे दो या फिर आप अपनी जान
लेलो तो य रास्ता बचता है इसके अलावा भी हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट न केलिए जा
सकते तो क सारे रास्ते पैसों का मामला हो अब बात करेंगे हर
किरदार की तो सबसे पहले बात करते हैं जज रीता कश की जो जौनपुर में प्रिंसिपल
फैमिली कोट जज है तो ता कौशिक जज जो है
येस्ट नहीं है करप्ट नहीं है ये इनकमिटेंट भी जि अपना काम नहीं आता और इवल जज है यह
मैं आपको बताऊंगा कैसे है तो ता कोशिक के कोर्ट में जो करप्शन शुरू होता है ना वो
50 से शुरू होता है इनके कोर्ट में एक पेशकार है उसका नाम माधव है यह जज की ठीक बगल में बैठता है व पर और
य जो माधव है य हर किसी से चाहे वह बूढ़ा हो आदमी हो औरत हो गरीब होर हो सबसे ही
पैसे लेता है जनरली लेता है ज्यादातर लोगों से बट हम जैसे जो मोटे मुर्गे हैं जो बैगलोर के सॉफ्टवेर इंजीनियर है और ठीक
ठाक पैसे कमाते हैं उनसे इनकी डिमांड 00 से लेकर 000 तक होती है नेक्स्ट देने के
लिए तोय जो डेट मिलते है इसमें अगर हमने लंबी डेट मान हम बार बार आना जाना पड़ता
है या फिर हमने शनिवार की डेट मान ली उस दिन हमारी छुट्टी होती है और हम ट अट करेंगे तो हमारा एक दिन बच जाएगा ऐसी
चीजों के लिए उसे 500 सेज चाहिए आप गिड़गिड़ा वहा पर और यह भी आराम से नहीं
देंगे आपके साथ मस्ती करके देंगे इनका ऑफ एक्सप्रेशन
होता है कि आपको हम बुधवार ही दे पाएंगे शनिवार तो नहीं हो
पाएगा या फिर इतनी लंबी सा दिन में 15 दिन मेंही देंगे दो दिन मेंही देंगे आप इनसे सर सर करके काफी
गिरगिला और पैसे दोगे तब जाकर कहेंगे आपकी बात मानले अगर सामने वाले वकील ने या मेरी मदर इन ल ने वहा पर अगर बोल दिया तो फिर
वो आप पैसे देने के बाद भी आपको नहीं मिलेंगे आपस हो ये कोर्ट में ता कोशिक जज के सामने ही
पैसे लेता है यह मैं बताने की कोशिश कर रहा हं इसके अलावा जनपुर कोर्ट में बड़ी सार्वजनिक सी बात है कि य जो ताश जज है और
इनके पति जो है वो भी जहा तक मेरी जानकारी है जनर में है या थे यह दोनों ही घूस लेकर
जजमेंट देते हैं एक आम सार्वजनिक बात आप सुन सकते हैं जनपुर कोर्ट में अब इनके पति
के बारे में मुझे नहीं पता मैं उनके इसम नहीं गया और मैं उन पर ये इजाम अभी नहीं लगाना चाहूंगा बिना किसी जानकारी के लेकिन
ता कौशिक जज जो है वो करप्ट हैय मुझे पता है उन्होने खुद मुझसे घस के पैसे
मांगे अब मैं आपको यह भी बताऊंगा
कि कैसे क्यों मैं सुसाइड कर रहा कैसे एक्सप्लिसिट इंस्टिगेशन
ऑफ सुसाइड हुआ जज के सामने हुआ जज का इ
अप्रूवल है उके लिए तो मैं डेट के साथ ही बताना चाहूंगा काफी सारा प्रूफ को ंग करने
की कोशिश करेगा डॉक्यूमेंट मेरे पास सारे सर्टिफाइड डॉक्यूमेंट है तो कोट के
डॉक्यूमेंट के साथ फ के साथ कर सय तो और भी अपराध होगा
तो 21 मार्च 2024 को मेरा
क्रॉस होने के पहले लं लंच के बाद सेकंड हाफ में कस होता
है जनली को कोट में तो मैं जाकर बैठा था
लंच के टाइम पर उसके बाद क्रस होना था मेरा मुझे जब मैं गया कोर्ट में तो अंदर बुलाया गया अंदर बुलाया तो मैंने देखा कि
मेरी पत्नी पहले से ही अंदर है और जज ने बोला कि तुम ये कोर्ट के केसे सेटल क नहीं
कर ते हैं मैंने बोला कि मैम इन्होंने आपके जो 200 हज के इंटरी
मेंटेनेंस का ऑर्डर है उसके बाद इ पहले एक करोड़ मांग रहे थे अब न करोड़ मांग तो इस
पर जज का रिप्लाई ये था इसका मतलब कि तुम्हारे पास न करोड़ होंगे तभी तो मांग रही मैं बिल्कुल ही शॉक सुनके की कैसे ये
बोल सकती ह बट और भी शॉक होना था मुझे उसके बाद मैंने बोला कि मैडम ये इसने मेरे मां बाप भाई सब पर मुझ पर इतने सारे
मुकदमे डाल रखे हैं ये पिटीशन आप पढ़ के देखो सारी गलत गलत इल्जाम लगाए हैं तो जज
का कहना था कि तो फिर क्या हो गया तुम्हारी पत्नी है अगर तुम पर गलत केसेस डाल भी द तो क्या हो गया ऐसे ही होता है
है ना यह सुनकर मैं और भी शौक था मैंने फिर बोला कि मैम अगर आपको पता नहीं तो लाखों
लोग इन गलत केस केसेस की वजह से लाखों आदमी सुसाइड करते हैं यहां पर मेरी पत्नी
बोलती है कि तो फिर तुम क्यों नहीं कर लेते और ये सुनके वो जज हस पड़ती है ये तो सुनने के बाद मैं स्पीचलेस ही था
मैं चुपचाप खड़ा था फिर जज ने मेरी पत्नी को बाहर जाने को बोला और मुझसे बोला कि देखो ये केसेस तो ऐसे ही चलते हैं सारे
केसेस ऐसे ही डाले जाते हैं झूठे होते हैं सबको पता है लेकिन सिस्टम यही है तुम इसे
सेटल कर लो मैं तुम्हारे सेटल करवा दे पा लाख रुपए तुम दो मुझे और मैं तुम्हारा
केसे सेटल करवा दूंगी इसी कोर्ट में नहीं तो जीवन भर इसी कोर्ट के इही कोर्ट के चक्कर तुम और तुम्हारी पूरी फैमिली काटती
रहेगी और काटते रहो ये सुनने के बाद तो मैं मेरे पैरो तले
जमीन की स गई जज ओपनली मुझसे घूस मांग रही है
डायरेक्टली मैंने कहा मैम आप हमारा जजमेंट मेरिट पे दो मेरे पास हमारा इसका क्रॉस
एग्जामिनेशन हुआ जिसमें इतनी सारी चीजें प्रूफ हो रही है मेरा क्रॉस एग्जामिनेशन अब खत्म होने वाला है एविडेंसेस है मेरे
पास इतने है ना तो बोली कि ठीक है हम तुम्हारा केस जो है मेरिट प ही लड़ेंगे देख लो
जाओ मैं बाहर आया क्रॉस एग्जामिनेशन हुआ और फिर मैं वापस आ गया मुझे समझ में नहीं आ रहा था
मैं क्या करू मैंने कई लोगों से पूछा अब मैं आपको य भी बताना चाहूंगा 2024 डेट बता
है यह पहली बार मुझसे घस नहीं मांग गया जब य शुरू शुरू में जज आई ी तब पेशकार ने
मुझे अपना नंबर दिया था और मुझे कॉल करने को बोला था कि आप इतनी दूर से आते हो तो आपका आपको इतनी परेशानी होती है हम कोशिश
करेंगे कि आपका आपको इतना दौड़ना नहीं पड़े मैंने उसको फोन किया तो उसने पेशकार माधव ने मुझसे लाख मांगे कहा कि हम जज से
से बात कर लेंगे और हम आपका केस सेटल करा देंगे ये 2022 में जब शुरू शुरू में जज आई
थी तब मुझे पेश मांगे थे तब मेरा मानना था कि शायद पेश खुद पैसे खाने के चक्कर में और मुझे मेरा पैसा खा जाएगा तो मैंने उसे
भी कहा था कि नहीं हमारे पास बहुत एविडेंस है हमारे पास लाख नहीं है देने को हम देखते
हैं लेकिन उसके बाद जो हुआ अब मैं अगर वापस जोड़ने की कोशिश करू ता तो मुझे लगता
है कि तब भी जज का ही हाथ था क्योंकि उस कॉल के बाद जब मैं गया तो जज ने का बिहेवियर ये था कि मैं तुरंत अब इंट
मेंटेनेंस का ऑर्डर पास करूंगी तब हमने जूरिडिक्शन का एप्लीकेशन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का एप्लीकेशन डाला हुआ था मेरी वाइफ ने जो रनी वर्सेस एफिट होता है
अकॉर्डिंग टू सुप्रीम कोर्ट रेक्शन इंट मेंटेनेंस का ऑर्डर पास करने के पहले आपको
रजनी वर्सेस नेहा एडेविट का कंप्लायंस करवाना पड़ता है नियम य है कि पहले पत्नी को अपना अपनी आय अपना आय का स्त्रोत
और लायबिलिटी एसेट्स ये अपने डिक्लेयर करने पड़ते हैं सोर्सेस फर्मेट में फिर
हस्बैंड को कुछ हफ्ते टाइम मिलता है उ सबमिट करना पता तब इट मेंस डालना पड़ता है
उस वाक्य के बाद जब मैंने घसने से इंकार कर दिया पे 202 में तब जज का यह रवैया था
की और ऐसा भी नहीं कि मैं बहुत डिले कर रहा था कुछ मार्च अप्रैल में कुछ हमारा
फर्स्ट अपीयरेंस पहले टाइम पहले वा नोटस के बाद अपीयर हो गया था और कुछ महीनों बाद
हीय वाकया हुआ है तो उस समय हमने ऑब्जेक्शन डाला मेरी पत्नी ने
जहा अपना सारा डिटेल भरना है वहा सब कुछ मेरा डिटेल भरा जैसे कि मेरी आय उसके हिसाब से क्या है मेरे एसेट उसके हिसाब से
क्या है मेरी फैमिली के एसेट उसके हिसाब से क्या है अपनी जानकारी की जगह मेरी जानकारी भरी अपनी कोई जानकारी नहीं भ उसने
अपना एजुकेशन क्वालिफिकेशन भी गलत भरा जो मैंने बाद में प्रूफ किया कि वो ग्रेजुएट नहीं पोस्ट ग्रेजुएट है बट उस पर भी कोई
कारवाई नहीं हुई जज ने सिंपल बोला कि मैं तो इंट ऑर्डर पास कर विदाउट कंप्लायंस और कोई हमारे एप्लीकेशन पर कोई कारवाई नहीं
की और इंटरम ऑर्डर पास तो अब मुझे ऐसा लगता है कि ये जो हमने तब पैसे नहीं दिए थे है ना और उसकी वजह से ये रवैया था
सिर्फ हमें 10 दिन का टाइम दिया जो अपना तो हमने फटाफट फिर अपना इंट मेंटेनेंस के अगेंस्ट एप्लीकेशन दिया हमने रिटन
स्टेटमेंट फाइल किया ए ए लेकि मेरी वाइफ का रजनी सोर्सेस कंप्लायंस नहीं हुआ मेरा नहीं हुआ उन्होने ऑर्डर पास
किया और अपने ऑर्डर में झूठ लिखा कि इनफ अपॉर्चुनिटी दी गई है हमें रजनी सोर्सेस यहां फाइल करने के लिए जबक वो कुछ ही
डेट्स हुए थे तो ऐसा भी नहीं कि अफ टाइम मिला था अब ये हो गई करप्शन की बात है ना तो
यहां प आपको जानने को मिला कि कैसे करप्शन में 50 से करप्शन शुरू होता है जज के
सामने में कैसे जज के बिफ पैसे मांगता है जज खुद पैसे मांगती है है ना और नहीं देने पर
कैसा हरासमेंट करती है और कैसे जौनपुर में सार्वजनिक बात है य कर अभी स करप्शन की बात हुई इमिटेंस की
बात करूंगा तो सबसे पहले तो आपको बताया कि सारे हमारे खारिज हो गए ने कला सुप्रीम
कोर्ट डक्शन अब एक कॉमन सेंस है हर किसी को पता होता
है कि एविडेंस जो है क्रॉस एमिशन के पहले सबमिट होता है कुछ भी तो कोई भी डॉक्यूमेंट है एविडेंस है वो सबमिट करो
फिर वो दूसरे वकील के साथ शेयर होता है और उसके बेसिस पे क्रॉस एग्जामिनेशन होता है ज्यादा से ज्यादा कोई वकील ओवर स्मार्ट बन रहा है तो वहीं पे क्लास एग्जामिनेशन के
वक्त कटघरे में वो डॉक्यूमेंट दिखाता है बंदे को और उसको सरप्राइज करके कुछ क्वेश्चन पूछता है ज्यादा से ज्यादा ये
होता है कोर्ट उसे अलाव कर सकती है डिस अलाव कर सकती है है ना लेकिन महान दीता कौशिक कोर्ट के के कोर्ट में ऐसा कुछ भी
नहीं होता पहले क्रॉस एग्जामिनेशन होता है विदाउट अ स्टड ऑफ एविडेंस एक भी एविडेंस कितना और उसके बाद एक क्रॉस एग्जामिनेशन
में सारा का सारा पूछ लो उसके बाद कोई भी एविडेंस जमा कर सकते हैं तो आप ये सोच सकते एडेंस जमा हुआ उस फिर
से क्रिनेशन कोई कगा नहीं ह तो वो एविडेंस कुछ क्रस नहीं
होगा ये इनके तरीके है उसके अलावा जब यह एविडेंस सबमिट हो कॉमिनेशन हो गया उसके
बाद एड है आदमी का डर आना है है फाइनल समरी जो भी बहस होगी वकीलो की उसके बाद डर
आना है तो य क्रॉस एग्जामिनेशन के बाद क्रॉस एग्जामिनेशन के बाद मैं बताऊंगा
कौन सा डेट है 22 अप्रैल 2024 को क्रॉस एग्जामिनेशन
के बाद वाले डेट पर सेकंड हाफ में सारा का सारा एविडेंस जमा करना होता है फर्स्ट हाफ में ही मेरी पत्नी का वकील मेरा रजनी नेहा
का कंप्ला नि के लिए एप्लीकेशन डालता है और उसम डिमांड करता है कि मेरी कंपनीने से डिटेल मंगाई जाए मेरी अब यह मेरी नौकरी के
साथ खेल है मेरे लाइवलीहुड के साथ खेल र है और अभी सबमिट हुआ है एप्लीकेशन और वही
पर जज ये डर दे देती है मे वकी को दो पशन देती है कप्लाई करो सिर्फ मैं सिलेक्टिवली
और नहीं तो मैं ये एप्लीकेशन एक्सेप्ट कर देती हूं मेरे वकील ने ऑब्जेक्ट किया कि
हमारा ऑब्जेक्शन प कोई एक्शन नहीं हुआ लड़की ने नहीं भराया जज ने वही पर ऑर्डर कर दिया की गो
अहेड जबक प्रोसेस य है कि रिप्लाई फाइल करने का हमें टाइम मिलना चाहिए रिप्लाई फाइल करने के बाद उसे जो भी डिसाइड करना
है वो करें रिप्लाई फाइल करने का भी टाइम नहीं दिया मैं पहुंचा दौड़ा दौड़ा वकील ने फोन किया सेकंड हाफ में हमने वेमेंटली
इसको अपोज किया मेरे लॉयर्स ने भी अपोज किया कि ये रिप्लाई करने का भी आपने टाइम नहीं दिया है है ना जज का कहना है कि
तुम्हारे वकील ने बोला कि भाई मैंने बोला ऑप्शन दिए उसने फर्स्ट ऑप्शन चूज नहीं किया मैंने ये इस लेवल पे बायस है जज का
क्योंकि मैंने पैसे नहीं दिए उस दिन मेरी मदर इन लॉ भी थी और हम वी शाउटेड ट जज की हमारा जो 2022 का ज
सोर्सेस नहा का ऑब्जेक्शन है उसपे कोई तुमने काम नहीं किया तो ओपनली जज बोलती है कि मुझे उसपे कोई काम करने की जरूरत नहीं
है मैंने पूछा कि क्या ये लॉस सिर्फ हस्बैंड के लिए है या दोनों के लिए हस्बैंड या वाइफ के लिए तो उसने ओपनली
कोर्ट में बोला कि सिर्फ हस्बैंड के लिए जो करना है कर लो तो जो पहले हमें पता था कि सि बायस होता है और दिखता ही है बस लेकिन अय बोल भी रहे
ओपन हम जो करना है मन में आएगा हम करेंगे मेरी मदर इनल उसन वहा पर थी तो वो हस रही
थी उसने जब मैं बाहर निकल रहा था तो उसने मुझे ट किया की तुमने सुसाइड नहीं किया
पिछली बार तुमने बोला था सुसाइड करोगे अभी तक जिंदा हो मैं तो इस बार आई थी कुछ ऐसे सुसाइड का तुम्हारा आएगा मामला और मैं
बस जो भी एक आदमी फ्रस्ट्रेशन में पटकता हुआ निकल सकता है क्योंकि हम तो
भाई लॉ बाइडिंग लोग है ना तो हम तो कुछ कर नहीं सकते पटकता बाग निकल गया और परेशान
होता रहा और काफी सोचा मैंने और मैंने अब ये समझ में मुझे आया कि शायद मेरी पत्नी
और मेरी मदर इन लॉ और येय जज जो चाहते हैं वो शायद सही है कि मैं अपनी जान ले लू और
इसी से शायद सब कुछ बंद होगा तो ठीक है ये स्टेप मैं
लूगा जो मेरे कर्तव्य है अपनी फैमिली के माता पिता भाई के लिए ए वो मैं कंप्लीट तब
से कर रहा हूं और अब आई थिंक अपने सारे काम निपटा चुका हूं तो अब मैं अपनी जान ले
सकता हूं और यही सही रास्ता है जब तक मैं जिंदा
रहूंगा तब तक मेरे मां बाप को और भी हराश करते रहेंगे मेरे भाई को और हराश करते रहेंगे तो अच्छा है कि य मैं खत्म कर
तो आपको समझ में आया कि कैसे करप्ट है इनकमिटेंट हु कुछ सुप्रीम कोर्ट के डायरेक्शन ल प्रोसेसेस प्रोसीजर्स कुछ भी
नहीं मानना और ये इवल है या नहीं है मैं आपको छोड़ता हूं
ज तो ये कहानी थी जज ता कौशिक जी की अब
बात करता हूं मेरी पत्नी निकिता सिंघानिया मेरी मदर इनल निशा सिनिया ब्रदर
इन लॉ अनुराग य सिनिया जो दया का पात्र भी है यह
तो इसे इसकी मां और बहन हमेशा से नालायक नकारा ऐसा बोलते रहे बताऊंगा और क्या क्या
इसके बारे में सोचते हैं जब इसके पिता मरे तो ये वहा पिता के पास भी नहीं था इसे इसके मामा के यहां भेज दिया गया था काम
करने के लिए घर से निकाल के क्योंकि इसके पिता के साथ इसकी हाथापाई हो गई थी तो ये आखरी बार जब पिता से मिला था तो लड़के गया
था और जब वापस आया तो पिता थे नहीं कुछ मही बाद क्योंकि इसके पिता भी नालायक
समझते थे और इसे अपने बिजनेस में कुछ इसके डिसीजन को नहीं मानते थे क भरोसा
नहीं पता नहीं ये इसके डीवन इसका कभी पछा नहीं छोड़ेंगे मुझे लगता है ये दया का
पात्र भी और इसमें इसके कहानी में इसके ता
या फिर मेरी पत्नी के अंकल सुशील सिं 70 साल के ऊपर का एक आदमी
परिवार का मुखिया होना चाहिए अपने छोटे भाई के मरने के बाद उसका क्या रोल था इस सब में और कैसे मुझे और मेरी फैमिली को
इसने भी हलास किया ये भी बताए तो अब मैं बताऊं कि मेरी शादी 2019
में अप्रैल में हुई थी मेरी मुलाकात इस फैमिली से शादी कॉ के थ्रू हुई ी जनवरी 2019 में हमारा इंगेजमेंट हुआ था
इंगेजमेंट के दौरान और शादी के पहले तक मेरी पत्नी बहुत ज्यादा बोलती नहीं थी फोन
पर जब बात होती थी हमारी और काफी सोच समझ के जवाब देती थी है ना तो मैं चक काफी
बातें बातें करने वाला बंदा हूं तो मैं हमेशा सोचता था कि ये तो एक समझदारी का सूचक है विजडम का मार्क है कोई लड़की कम
बोल रही है और सोच समझ के बोल रही है तो श वाइ ब अच्छा य है कि जो मेरी पत्नी ने
मुझे खुद बताया कि उनकी भाभिया मां इत्यादि लोगों ने समझाया कि शादी के पहले कम बात करो नहीं तो शादी टूटने के चांसेस
होते है अब मुझे समझ में आता है कि ऐसा क्यों बोलते हैं अगर लड़की ज्यादा बोलेगी तो सच पता चल जाएगा शादी के
पहले अपल में हमारी शादी हुई क इसके पिता को डॉक्टर ने कम टाइम दिया था शादी के बाद हम दो दिन के लिए मेरे मांबा आपके का घर
जो बिहार में वहां पर गए दो दिन सिफ थे वहा पर मेरे पास टिकट है ब उसके बाद कभी
बिहार नहीं गए क्योंकि बाद में कोरोना हो गया बच्चा था पेट में नौकरी थी और कोरोना था तो उसके बाद नहीं जा पाए है ना मा य आ
तो सिर्फ दो दिन रहे मे मेरा भाई सिर्फ दो दिन वहां पर मिला है इसता से और इसने अपने
सीआरपीसी 125 के क्रॉस में भी कुबूल किया मेरे भाई पर भी मारपीट दहेज और मर्डर का केस है मेरे पिताजी जो चलने में उनको
दिक्कत होती है पूजा पाठ करने वाले आदमी भगवान पर बहुत भरोसा दो दिन वहां पर मिले
घर पर शादी के बाद और दो दिन जब इनके पिता के मृ हुई थ तो जौनपुर में ग सिर्फ चार दिन इससे मिले उन पर भी मर्डर दहेज मारपीट
का इजाम और के तो ये है ठीक है अभी यहां फ दो दिन
रहने के बाद बेंगलोर आ गए फिर हम मस गम के लिए जहां पर मुझे पता चला किय तो शादी नहीं करना चाहती थी है ना और कैसे इनके
परिवार वालों ने उसे समझाया कि पता की तबीयत खराब है तो शादी कर लो तो उसने शादी कर ली और ये पढ़ी लिखी लड़की है तो पता
नहीं मुझे क्यों किया शादी इसने मैं तो शौक था सुनके कमाल हो गया वहां पर भी इनके
कारनामे थे मशस में भी है ना और कई बात पर हमारा वहां पर भी लड़ाई हुआ है ना जैसे की
सामान खो देना बस छोड़ देना और हसना उसके बाद वापस आए मैं जो कर सकता है जितना
प्यार दे सकता है इनको िस पहुचाने जा 1 किमी बाइक पर बलोर में काफी िक होता है
फिर व से अपने ऑफिस काम करने आता शाम को ि जाता लेने के लिए वस आता ली तकरीबन 50
किमी साइकल चलाता था मोटर साकल चलाता और ऐसे करके जो भी कर सकता हूं फिर
थोड़ा थोड़ा इनका नेचर पहले से बदला फिर प्र हुता की हो गई और भी थो हुआ फिर इनकी
नौकरी चली ग था वो मेल्स मेरे पास उसके बाद चीजें बहुत
ही गंदी हो गई उसके बाद इन्होंने घंटों घंटों नौकरी
जाने के बाद अपनी मां से बात करना शुरू किया इसकी मां ने इन् चीज समझाने शुरू की
उसके बाद इनके दोस्तों का जो सब कर उनसे बात बात दिन भर करती थी दिन भर कोरियन ड्रामा
देखती थी कोरियन रोमांटिक ड्रामा उनका एक्सपेक्टेशन था कि मैं कोरियन आदमी जैसा
हो जाऊ मैं इंडियन आदमी हू और मैं ऐसे ही ठीक हूं थैंक यू मुझे कोडियन आदमी नहीं
बनना काम धाम भी करने होते है आदमी को जिंदगी मूवी
नहीं हा अगर जिनको ऐसा लग रहा हो कि हम अपनी पत्नियों से यहां पर शहरों में प्रताड़ित करते हैं और काम कराते हैं उनको
मैं ये बताना चाहूंगा कि भा हमारे पास यहां काम करने के लिए हाउसमेड होती है अम्मा आती थी काम करने के लिए कुक होता है
है ना तो ये जो अम्मा आती है ये बर्तन धोने से लेकर झाड़ू लगाना बची चेंज करना
कपड़े धोना बाथरूम साफ करना सारा काम कर दि जो कुक है वो खाना बनाता है तो आपको
कुछ नहीं करना है सिर्फ इतना काम करना है कि डॉक्टर ने आपको हेल्दी खाने को बोला वो खाना है डॉक्टर ने आपको थोड़ा फिजिकली
एक्टिव होने को बोला है क्योंकि वो जो नली होती है बच्चे का बच्चे को जैसे न्यूट्रिशन मिलता है मां से उस नली से खून
कम जा रहा था ये रिपोर्ट में आया था और डॉक्टर ने बोला था आपको फिजिकली एक्टिव होना है और हेल्दी खाना है उसी से वो ठीक होगा तो हम मेरी मां दिसंबर में आ गई थी
ख्याल रखने के लिए सालों बाद हमारे घर में कोई बच्चा होने वाला था मेरे पापा चल नहीं पाते ठीक से लेकिन फिर भी उन्होने मेरी
मम्मी को भेजा जाकर ख्याल रखो मेरी मम्मी आने के बाद सब कुछ और काम जो होता है पूजा होती है है ना वो सब होने
लगा इनकी मां का कहना य था कि अ कोई काम नहीं करना य ने के लिए मैं मेरी मम्मी साथ
जाने केर त नहीं जाना ल् खाना नहीं
खाना मेरी मां वेजीटेरियन मैं ज्यादा ही मॉडर्न बन गया था एक वक्त और मेरी मां के
आने के पहले तो घर प भी अला होता था मैंने घर प अला किया था चलो ठीक है तुम अच्छा लगता नज ना तो खाओ मेरी मां आने के बाद घर
में तोस नॉनवेज नहीं बना सकते तो य बाहर से नॉनवेज मती थी तोसे चिकन खाया इनकी आदत
है स्न में नहीं फक ली में नहीं रखेंगे वही हड कोने में फक अब आप सोच सकते मेरी
मा वेजिटेरियन तो अगर वो हड्डी ऐसे देखेगी ओपन तो उसे कैसा लगेगा क्या ड़ नहीं होगा
क्याय करना जरूरी है फ सते म भी रहे हो कोई भी पूजा पाठ हो रहा है तो मेरी मां ने
जैसे इसे एक साड़ी या कोई दो ड्रेस द है ना चांदी का सिक्का दे दिया तो इनकी मां
का कहना था कि बाकी लोगों को छोटी छोटी पूजा में छ छ ड्रेस मिलती है छछ साड़िया मिलती है और सोने का एकट मिलता है तो ह
छोटी पूजा प एक्सपेक्टेशन है छछ ड्रेस देंगे और सोने का सेट देंगे येनको सिखाती थी इ सिखाती थी शुरू से जब तक तुम काम
नहीं करोगे नाब मेरी मां य नहीं थी और इनको उ होती थी मैंने अपने हाथ से इन उल्टी साफ किया है ना जो भी एक हस्बैंड को
करना चाहिए प्रेगनेंट औरत का ख्याल रखना चाहिए कर स आद कर रहा
है जो भी बेस्ट मेडिकल केर हो सता हमय भी एजम हैको खाना पीना नहीं देते थे और दवाइया नहीं देते थे मेरा जो बेस्ट है
बलोर हस्पिटल वहा मेरे बच्चे की डिलीवरी जो दवाइया जितने दवाइया हो सकती है टेस्ट हो सकता है दोई लाख हमारी ली डिलीवरी में
पैसा खर्च हुआ है जो कि मुझे नहीं लगता है कि इंडिया में ज्यादातर लोग खर्च कर पाते है बेस्ट मेडिकल केर बेस्ट फूड हो सकता है
सब कुछ दिया किसी चीज की क हम यम है हमने खाना नहीं और दवाया नहीं
इनका जो इनकी माने क्या बताती थी कि उनके घर पर पूरे खानदान में किससे क्या झगड़ा हो रहा है क्या प्रॉब्लम है ये सारा का
सारा मेरे बेडरूम में अपनी प्रेगनेंट बेटी को बता रहा क्या एक प्रेगनेंट लड़की को इतना नेगेटिव कुछ जानना चाहिए प्रेगनेंसी
गुड फ बट इनकी जो फ्रेंड सर्कल है मैक्सिम लोगों का डिवोर्स हो चुका है या डिवोर्स
हो रहा है होने वाला है या फिर शादी नहीं करनी शादी ई तो बच्चे पैदा नहीं करने तो ये इनका फ्रेंड सर्कल था है
ना तो यह सब कहानी है मेरी मां य उसके बाद फिर बच्चे का जब डिलीवरी हो गया उसके
बाद वो पूजा होती है एक महीने बाद तो उसमें इसकी मां भाई आए मेरा घर वन बीएच के
का है एक बेडरूम और बाहर हॉल किचन वहां मेरी मां सोती थी तो हमने इनके लिए पास
में एक होटल में ठीक ठक होटल तकरीबन दो हज तकरीबन उसका भाड़ पने का था वहां पर इन्ह
रखवाया ये लोग जो जौनपुर में इनका घर तबेले के पीछे है ना उनका पु तबले के पीछे
जिससे उनको शर्म आती है वो लोग ये होटल में आके जो कि काफी नाइस है है ना उसमें इनको प्रॉब्लम है कि ये कैसे होटल में
हमें ठहरा दिया है और अच्छा होटल क्यों नहीं कराया हम जो अपने बच्चे को चढ़ा रहे हैं
पूजा में दे रहे हैं खिलौने गिफ्ट्स कपड़े वो इनके हिसाब से अच्छे नहीं है जो मेरी
मम्मी ने बच्चे के लिए दिया वो बनवा के लाई थी बच्चे के लिए मेरे घर से वो सब इनको अच्छा नहीं लग रहा है कम लग रहा है
जो कि आप मेरे यहां गेस्ट हो आपका तो बनता भी नहीं बोलना मेरी मां खाना बना रही है यहां प
इनके आने के बाद है ना और खुद बना के खिला रही है बाहर से जो मंगा सकते हैं मंगा रहे हैं उसमें यहां प इनका एजाम है कि हम इनको
बासी खाना खिलाया इस बात के लिए लड़ाई मेरी मां बहुत दुखी थी मैं बहुत दुखी था लेकिन चलो ये सब हो गया उसके बाद
फिर ये लोग गए मेरी मां मेरी मदर इन लॉ ब्रदर इन लॉ यहां से उसके ठीक दो दिन बाद
कोरोना का लॉकडाउन शुरू हो गया फर्स्ट कोरोना का लॉकडाउन अब उस कोरोना के लॉकडाउन में ना तो बाई आ सकती है काम करने
वाली ना ही कुका सकता है मेरी वाइफ बोल रही है कि बच्चा मुझसे नहीं समझेगा समय
में मैं नहीं संभाल सकती मुझे अपनी नौकरी भी करनी है इनके पास नकरी लेकिन बच्चा नहीं संल
सकती अब मैंने किसी तरह से पास में कोई औरत थी
जो पास में घर है तो सुबह सुबह जब कोरोना का सामान मान खरीदने के लिए खुलता थोड़ा
टाइम तो फिर वो आती यहां पर है ना सुबह सा बजे और रात को 8 बजे चुपके से जाती हमारा
बच्चा संभालने में मदद किया उसने तो उस समय बचा अब उस समयक कुक नहीं आ
रहा है और बा काम करने वाली नहीं आ रही है तो इसकी मा सिखा अभी जैसा सिस्टम बन जाएगा
काम करने का वैसा ही हमेशा रहेगा तो ये कोई काम नहीं करती थी दिन भर ये कोरियन
मूवी मां से बात करना सोना बस और कोई काम नहीं करना तो सुबह
मुझे उठ के झाड़ू पोछा लगाना है बर्तन धोना है है ना बाकी साफ सफाई करनी बाथरूम धोना है उसके बाद अगर बाई नहीं आ पाई उस
समय तक त बच्चे को नहलाने में मदद करना है है ना कपड़े धोने में डालना है सुखाना है है ना सम समेटने का खुद करती थी क्योंकि
अगर मैंने समेट के ठीक से नहीं रखा अगर थोड़ा सा भी इधर उधर हो गया कपड़ा तो फिर उस पर भी महाभारत होती थी तो ये समेट
कपड़े समेट थी और इसम भी बाद में ये इशू बनाया कि कपड़े तो खुद अपने समेट के नहीं
रखता था और खुद तो अपने कपड़े लेता नहीं था क्योंकि मैं कपड़े अगर खुद अपना पहन रहा हूं कुछ गड़बड़ हो गया तो फिर से प्रॉब्लम मैं अगर पहना ह कुछ तो वो अच्छा
नहीं लग रहा है मुझ पर वो भी प्रॉब्लम तो मैं अलाव करता था कि भाई कपड़े तुम ही दे दो मैं वही पहन लेता हूं इस बात पर भी
काफी हमें सुनाया गया है है ना और फिर मुझे इन सब काम करने के बाद फिर खाना नहीं
बनाएंगे तो नाश्ता लेके आना है या तो बाहर से या तो ऑर्डर बाहर से करना है राइट मैं खुद अच्छा खाना नहीं बना पाता हूं कोशिश की लेकिन अच्छा नहीं लगा तो ट्स अ मड
पॉइंट उसके बाद फिर मुझे अपने ऑफिस का काम करना है है ना उसके बीच में बच्चे का डाय पर ये बीच में नीचे फेंक देंगे अब वो
बच्चा थोड़ा जब बड़ा हुआ तो वो नीचे चलने लगता है अपने हाथ पैर पे राइट तो वो गंदगी
में लौटेगा वो डस्ट बिन सामने रखा है लेकिन डस्ट बिन में नहीं रखेंगे तो मुझे वो जितनी बार भी वो नीचे फेंके गी उतनी बार पोछा लगाना है और तब डस्ट मिन में
फेंकना है अगर मैं कुछ बोल दूं कि क्यों नहीं 10 में फेंक रही हो तो फिर से लगा है ना तो ये ड लोग बो प्र कर र में बते और
कु को में अपने तो यह फस्ट कोरोना का हाल है है उसके
बाद इनका न चला गया तो एक अलग रोना धना इनको अपने कजन से प्रतिस्पर्धा है कि व
अच्छा कर नक में नौकरी चली गई है है अब इनम वो
हैय नेगेटिव साइकल रोज रोज का है मैं बोला पढ़ाई करोक अपड में बहुत अच्छा ह अफिल
इंटेलिजेंस के फील्ड में काम करता हूं और मैं अपनी फीड में अच्छा ही नहीं हूं बहुत अच्छा हूं मेरे एज ग्रुप में दुनिया में शायद ही कुछ ऐसे लोग होंगे जो शायद मेरे
लेवल ऑफ मेरा जितना अकाउंटेबिलिटी है और जो रिस्पांसिबिलिटी मेरी कंपनी में है उतना मेरे एज में किसी को मिलता है
जनरली तो मैंने कहा कि और पहले ये कस्टमर
केयर का काम करती थी मुझे झूठ बताया था नौकरी के पहले शादी के पहले कि क्या काम करती है मुझे ऐसा दिखाया था कि ये ये जो
है एनालिस्ट है लेकिन ये कस्टमर सक्सेस एनालिस्ट है मतलब कस्टमर का कॉल आता है उसका प्रॉब्लम सॉल्व करते हैं ठीक है तो
फिर मैंने इन् बोला कि कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएट हो मैं तुम्हें पढ़ाता हूं है ना लेकिन पढ़ाई में मन लगता नहीं है तो मैंने इन्हें प्रोग्रामिंग करना सिखाया आपको लग
रहा होगा बीटेक कंप्यूटर साइंस किए हैंको कुछ प्रोग्रामिंग आती है कुछ प्रोग्रामिंग नहीं आती तो प्रोग्रामिंग करना सिखाया इन्हे इन्हे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
सिखाना शुरू किया इन्हे इंटरव्यूज दिवा इतनी सारी कंपनी में इनका रेजूम बनवाया हर इंटरव्यू के बाद क्या क्वेश्चन का कैसे
जवाब देना है ये सिखाया मेरी कंपनी में भी इंटरव्यू दिला जहां सिलेक्ट नहीं हुई ऐसे कुछ नहीं नहीं तो दो दर्जन कंपनियों में
इनका सिलेक्शन नहीं हुआ फिर एक साल बाद इनका येच में सिलेक्शन हुआ अप्रल 2021 में
और अप्रल 2021 के अंत में इनका जॉइनिंग था और ठीक उसके 18 18 दिन बाद चली ज के वो
पूरी कहानी बताऊंगा आपको सेकंड कोरोना में जब यह गई है तब उस समय उस टाइम पटली उस
टाइम प पूरी इंडिया में सबसे ज्यादा कोरोना केसेस बेंगलोर में थे सबसे पूरी दुनिया में ज्यादा केसेस इंडिया में थे
ऐसे टाइम प जब एक्टर्स एंड पॉलिटिशियन को हॉस्पिटल में जगह नहीं मिल रही थी सारी जगह पर हाहाकार मचा हुआ था ऐसे टाइम पे ये
गई है है ना तो अब हुआ ये कि सेकंड कोना जब शुरू हुआ तो लॉकडाउन फिर से शुरू हो गया तो इनकी मां की का दुकान बंद हो गया
वहां पे और बोर रही थी वो घर पे और उनको पैसे चाहिए थे अब ये पैसे का जो मामला है ये पूरा पैरेलल थ्रेड है जो मैं आपको
बताना चाहूंगा सारे प्रूफ कोर्ट में सबमिट किए हैं और मेरे परिवार के पास भी ये सारे प्रूफ रहेंगे आप में से कोई भी चुप ये केस
खत्म हो गया है तो ये एक्सेस कर सकता है जान सकता है है ना तो मैं आपको डेट्स के साथ बताना चाहूंगा कि क्याक कब कब पैसे
लिए हैं तो इनके फादर के डेथ के कुछ महीनों बाद इनकी मदर एक्टिवेट हो गई और मेरी वाइफ ने प्रेशराइज करना शुरू किया
मुझे पैसा देने के लिए तो सबसे पहले इन्होने लाख मांगे 2020 में है ना और य लाख इसलिए बोल
के मांगे की और जो मैंने उनके सिनिया डिंग कंपनी के अकाउंट में डाला है आईडीबीआई बैंक में और फिर बाकी के कु पैसे अनुराग
सिन बंधन बैंक में डाला है है ना वो सार की सारी डिटेल्स है तो सबसे पहले 3 लाख मागा इन्होने ये बोल के कि मैं हम पहले ही
परचेसिंग कर लेंगे विंटर के टाइम का मटेरियल और फिर विंटर के टाइम प हम उसे
सस्ते दाम प खरीद के महंगे दाम में बेचेंगे प्रॉफिट अच्छा होगा मेरे वाइफ के प्रेशर डालने की वजह से मैंने लाख दे दिए
और मुझे लग रहा था कि भाई चलो ठीक है उसके बाद फिर इन्होंने और पैसे मांगने शुरू किए
मैंने काफी टाइम तक ऐसे अवॉइड किया कि अभी नहीं है अभी नहीं है लेकिन फिर इन्होंने बहुत प्रेशर डाला कि हमें फिर से अगले साल
2021 में मार्च में अभी हमें फिर से सारा का सारा बरसात के सीजन का और विंटर के सीजन का परचेसिंग करना है तो अभी हम अगर
पैसे दे दोगे तो प्रॉफिट होगा तो इन्होंने मुझसे समझ लो कुछ 15 लाख और मान लो तो 18 लाख पहले के 3 लाख और 15 लाख बाद में मा
मैंने कहा ठीक है तो मैंने मार्च में 9 लाख रप डाले इनको है ना और अप्रैल 2021
में 4 लाख डाले अभी तक आप सोच सकते हो 9 च 13 16 16 लाख अप 17 अप्रैल 2021 तक मैंने
दिया है उसके बाद इनका कहना है कि हमें पहले 15 लाख मांग रहे थे है ना उसम से 1
लाख दे है ना अब इनका डिमांड अचानक से हो गया अप्रैल में कि हमें 50 लाख और चाहिए
अच्छा क्यों चाहिए इसलिए चाहिए कि माल केलिए नहीं चाहिए ये तबले के पीछे के घर में रहते थे है ना तो इनको इनके को शर्म
आती थीरी मेरे ब्रदर इनल को शर्म आती थी अनुराग सिनिया को और उसनिया को रिमाइंडर
ड्रक वाटर दिस रिमाइंडर ड्रक
वाटर तो उसे शर्म आती थी तो इनको सबसे पहले एक करोड़ का रीबन का घर जौनपुर के सेंटर के इलाके में मेन मार्केट में ऐसा
चाहिए जहा नीचे दुकान ऊपर घर हो सके है ना और भाई साहब इनके पास कितने पैसे अपने
लाखन पास लाख दूस से चाहिए मुझसे ली 1 लाख ले चुके है 50 लाख और चाए बाकी बोल रहे
हैं हम खुद अरेंज करेंगे मैंने इनको बताया कि भाई मैं तो पहले पैसे दूंगा नहीं और अभी तक जो मेरे पैसे लिए और तुम ये बोल के
बिजनेस करेंगे वो पहले पैले से रिटर्न करो क्योंकि तुम्हारा आईडिया है कि मैं एक करोड़ का मकान खरीदूंगा 10 लाख तुम अपनी
दुकान से अपनी इनकम बता रहे हो अब तुम एक करोड़ का मकान खरीदोगे तो खाली इंटरेस्ट इंटरेस्ट एक करोड़ का 10 लाख होता है
तकरीबन तुम तो कभी प्रिंसिपल अमाउंट चुका ही नहीं पाओगे तो इनके अगेंस्ट इसका आर्गुमेंट था कि भाई हम अभी 10 लाख कमा
रहे लेकिन जब नई दुकान खुलेगी तो मेरा 50 लाख तक इनकम हो जाएगा ये इनका स्पेकल है और इसके कलेशन के हिसाब से मैं इनको कितने
50 और ये 13 लाख ल लाख मैं इनको दे रहा हू है ना तो ये अच्छा मैं बोला कि पहले तो 50
लाख दे नहीं रहा हूं मेरे बाकी के पैसे वापस करो अब फिर ये इन्होंने बेटी ने मां ने महाभारत शुरू इन्होंने मेरे बोलने पे
कि भाई पैसे वापस करो इन्होंने 254 को 25 अप्रैल 2021 को इन्होंने ₹ लाख
वापस कि उसके बाद मैं बोला बाकी के पैसे भी वापस करो और 50 लाख तभी भी बोल रहे हैं कि दो दो मैं बोल रहा हूं नहीं दूंगा अब
ये जो 5 लाख वापस किए हैं उसके बाद ये बोलर बाकी के पैसे जो निकिता अपनी नई कंपनी के जॉब से कमाए गी है ना उसके सैलरी
से सेट ऑफ हो जाएगा तो मेरी बीवी कमाए गी उससे इनको जो मैंने उधार दिया वो पैसा धीरे धीरे सदना शुरू होगा और मैं जो बीवी
जो खर्च है वो मैं चलाता रहूंगा ओबवियसली है ना ये इनका एक्सपेक्टेशन था और इनका एक और एक्सपेक्टेशन यह था कि मैं अपने साले
को जो अनुराग सिंघानिया है जिसको नालायक बोलते हैं वो बोल रहे कि उसको जमप से तुम अपने पास बुला लो यहां प य उसका क्लाउड
किचन खुलवा दो तो क्लाउड किचन खुलवा दो का मतलब ये जो से खाना जाता है उसका बिजनेस इन्वेस्ट
करूगा बिजनेस में और य पर र के वो बिजनेस चलाएगा और मैं उसका बिजनेस सेटप करूंगा मेरे य रहेगा मैंने इन सारी चीजों के लिए
मना किया और इस पर मदर इनल कोन्ने य बुला लिया थाय बताना
ब ज तो मेरी वाइफ ने तब एक नाटक किया वहा पर लॉकडाउन था तो बोर रही थी पैसे तो य बला यट कर की मुझे सास नहीं आ रही उस
कोरोना में अब हमने वो ऑक्सीमीटर लगा के देखा उसम कोई परेशानी नहीं थी फिर गए प
कोरोना है म कुछ हो ना जाए इसका कोरोना टेस्ट कराया गया मेरा कोरोना टेस्ट कराया नेगेटिव आ गया उसके बाद इनका सीटी स्कैन
करवाया चस्ट का जो इसके भैया ने बोला था जो डॉक्टर है वो कराया उसम भी कुछ नहीं निकला बट इन्होने अपनी मां को फिर भी बुला
लिया उस प कोरोना में हमारा एक छोटा बच्चा ध्यान रखेंगे प कोरोना फिर भी इने कोरोना में उसे बुलाया यहां आ के रह रही है और
रोज ये 50 लाख र के मेरी बेटी का जो सैलरी है उसे सेट आफ करो हमने पढ़ाया बेटी को
हमारा हक है इसके पैसे पे मेरी पत्नी भी बोल रही है कि नहीं ठीक बात है है ना मैंने इसपे यजली प्रोटेस्ट किया ना मैं
उसके अपने साले को बुला के रखने के लिए तैयार था तो मैं अपने पुराने पैसे वापस मांग रहा हूं मैं 50 लाख देने के लिए
तैयार हूं यह सब प्रूफ है मैं वाइफ की सैलरी से मेरा जो पुराना पैसा है वो सेटप
करने के लिए रेडी हूं मैं अपने साले को बुला के यहां बिजनेस सेटप और इन्वेस्ट करने के लिए र है ना ये सब चल रहा है 16
मई को 17 मई को शायद ये गई है है हमारे पास 16 मई को अच्छा जो दवाइया इसके भाई ने
जो डॉक्टर है है ना ये सीन हो गया तो इसने बोला मिनरल्स विटामिन और ये वो विटामिन सी
ऐसे बहुत स 14 तरह की दवाइया उस लिख के दे ये प्रिकॉशन के लिए खाते र मैं तीन चार
दिन तक मेडिकल स्टोर भटक भटक के हजारों रुपए खर्च करके मेडिकल दवाइया लाया बंगलोर में दवाइयों की स्का की हुई थी बेसिक
विटामिन सी का टेबलेट नहीं मिल रहा था ऐसी ऐसी प्रॉब्लम तकरीबन कितने सारे मेडिकल स्टोर में जाके तीन चार दिन में इक हुई
सारी दवा उसके बाद वो दवाइया नहीं खा रही किसकी भाई ने बोला है जो डॉक्टर भाईया कजन भाई उसने बोला है कि खाओ वो नहीं खा रही
है है ना इस बात प हमारा झगड़ा छ दिन तक लगातार नहीं खाया हमारा 16 ख को झगड़ा हुआ उस समय उसकी मां और ये बोल रहे है कि हम
नहीं रहना चाहते हम यहां अभी घर छोड़ के जा रहे इस झगड़े और प कोरोना और बच्चे को लेके दंगे
मैंने बोला कि बच्चा है अभी त कोरोना में कहां जाओगी यहां रह जाओ जो भी है व मैनेज बट बोले हम अभी निकल के जा रहे मैंने बोला
कि ठीक है रुको आज रुक जाओ मैं टिकट करा के दे रहा हूं मैं तुम्हारा कैब करा के दे
रहा हूं कैब प्रॉपर्ली ठीक से पार्टीशन होना चाहिए ड्राइवर और उसके बीच में वैसा कैप करके दे रहा हूं ताकि कोरोना ना हो फिर मैंने
कोरोना वैसा कैप कराया है टिकट कराया अगले दिन सुबह में ये लो सारा का सारा जितना सामान प्लेन में ले जा सकता ह जितना गोल्ड
का आइटम है इंक्लूडिंग माय आइटम्स सब लेके गए एक्सेप्ट मटी मेरे हाथ में सारे के सारे वो गोल्ड का सामान लेके गए हैं बच्चे
को लेके गए वहां जाने यही से मतलब 16 तारीख से ही मेरे मां बाप को मेरी पत्नी
मेरी मदर इन लॉ सुशील सिंघानिया जो मेरी वाइफ के अंकल है और अनुराग सिंघानिया जो
उसका भाई है मेरे मां बाप को मतलब फोन करके गालियां दे रहे हैं हरस कर रहे हैं
ऐसी ऐसी चीजें बोल रहे हैं मेरे फादर मदर को भी एक बार लग गया कि मैंने किया है ना मुझे फोन करके ंट र मैंने फिर बाई से बात
करवाया तब जाके उनको पता चला कि मैं सही हूं मेरे रिश्तेदारों को फोन करना शुरू कर
दिया ऐसी बातें फैला रही मेरे बारे में जैसे मुझे म की बीमारी है मैं सबके सामने इनको मारता हूं मैं अपनी मां को मारता हूं
ऐसी ऐसी चीजें मेरे बारे में फैला रहे मेरी मां के बारे में फैला रहे हैं कुछ कुछ बातें ऐसी ऐसी बातें ी बातें बोल रहे है जो कोई सोच नहीं सकता है है ना तो ये
सब कर रहे तो जितने तरीके से एक आदमी उसकी फैमिली की की बदनामी कर सकते हूं वो उन्होंने
किया उसके बाद इनका जमा ये है कि मैं अपने फादर मदर के साथ जौनपुर जाऊं इनको पता है
कि मैं अपने बच्चे से बहुत प्यार करता हूं ना तो ये लोग क्या कर रहे हैं उसका फायदा उठा रहे हैं कि झुकेगा जरूर मेरे मां बाप
और मैं जाऊं वहां पे उनके सारे रिश्तेदारों को बुलाएंगे उनके सामने माफी मांगूंगा तब जाके अपनी बेटी और मेरे बेटे
को है ना भेजेंगे मेरे साथ इस बात पे मैं तैयार नहीं हूं आई एम
सो प्राउड ऑफ क्योंकि मां बाप के इज्जत से बड़ा कुछ नहीं होता है और अब तो मैं मानता हूं अपनी इज्जत से भी बड़ा कुछ नहीं होता
है बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए किसी को नहीं झुकना चाहिए व्हाट एवर प्राइस एंड आई एम रेडी टू पे द प्राइस
नाउ मैंने इनको ये बोला कि अगर हम आ गए तो तुम्हारे रिश्तेदार के सामने जितने पैसे से मांगते हो ना सब बताएंगे है ना फिर ये
बदक गए फिर तो आने आओ भी मत है ना मैंने बोला मेरे सारे पैसे वापस करो नहीं तो हमारे पास सारे बैंक ट्रांजैक्शन है हम
पुलिस के पास जाएंगे तुम्हारे रिश्तेदारों को भी प्रूफ भेजेंगे तुम क्या कर रहे हो हमारे साथ एक्सटशन पैसे का फिर जाके इन्होने मेरी वाइफ जो मेरे पास अपनी सैलरी
इन्वेस्ट करती थी शुरू में जब शुरू में पैसे उसने कमाए थे कुछ कुछ लाख रुपए वो मेरे पोर्टफोलियो रिटर्न के बराब उस
इंटरेस्ट भी लेके वो सारा इंटरेस्ट इंटरेस्ट काट के है ना और वो मेरे पास वो भी है चैक भी उसने अपना इंटरेस्ट इंस्ट
काटा है वो सब काट वाट के फर पैसे वापस कि है ना उसने अपना अकाउंट नंबर दिया की ये
पैसे है अकाउंट में है ना ओटीपी भेजती थी प वो भी है मेरे पास ज स्मार्ट बनी है मैं
उसके अकाउंट फुल कंट्रोल रता था ओटीपी भेजी तब मैंने पैसे निकाले व वहा से ओटीपी भेजी अपना पैसा सारा सारा ट करके
इन्वेस्टमेंट का सब ट करके मैंने वापस लिया सारा पैसा उसके बाद लेकिन नया कहानी शुरू हो गया उस बच्चे से बात करना बंद कर
उसके बाद फिर ये लोग बेंगलोर आए कुछ महीनों बाद फर्स्ट टाइम में महीनों बाद
बेंगलोर के बाहर गया था घूमने के लिए कोरोना ट खत्म हुआ था थोड़ा थोड़ा और मैं बगलोर के बाहर गया घूमने के लिए भगवान का शुक्रिया उस दिन ये अपनी मां के साथ अपने
एक दोस्त के साथ और मेल दोस्त के साथ फीमेल दोस्त के साथ आई मैं नहीं था पुलिस
स्टेशन से मुझे फोन आया मैं घूमने गया था फिर मकान मालिक से फोन आया मैं बोला मैं आता हूं उन्होने मेरे घर के बाहर ताला मार
के चले गए फिर मैं अकेला होता तो तो पता नहीं मुझ क्या डाल देते केस रेप केस और पता नहीं कुछ भी केस डाल देते मारपीट का
केस कुछ डाल देते है ना तो अच्छा था मैं नहीं था बच गया अपनी मा को बुलाया कजन को बुलाया फ्रेंड्स को बुलाया सब लोग कैमरा
लेके खड़े थे पुलिस के सामने सब ताला खुला है ये लोग आए हैं अपना सारा सामान लिए हैं
कालिया दिए मेरी मां को उसके बाद मेरी मां को धक्का दिए फिक सारा सामान
ले साइन करके पुलिस के सामने गए उसके बाद हम पुलिस के सामने बैठे रहे टके हमारा
मेरी मां के साथ जो इन्होने की बदतमीजी उसके लिए ये करो फइल करो एफआईआर एफआईआर दर्ज नहीं किया लेकिन एनसीआर दर्ज किया
एफआईआर नहीं दर्ज किया वो एनसीआर भी है हमारे पास फिर सोशल लेवल प हमारा सेटलमेंट
का कोशिश हुआ लेकिन उनके जो डिमांड थे करोड़ बच्चे से नहीं मिलने देंगे तो वो फेल हो गया और उसके बाद फने कोर्ट केसेस
डाल दिए वो तो आपको पता ही है ये मेरी कहानी है सारे किरदारों का हरासमेंट है उतना ही नहीं केस होने के बाद भी इसका भाई
मुझे मैसेज कर करके हस करता था वो सारे चैट अननेसेसरीली मैंने
कुछ भी गलस माय स्टोरी मेरा मानना है
की मुझे खुद को ही खत्म कर लेना बेस्ट है लिए कक जो मैं पैसे कमा रहा हूं उसी से
मैं अपने दुश्मन को बलवान बना रहा वही पैसे मे ही मुझे बद करने के लिए और य साइकल बढ़ता ही रहेगा मेरे ही टैक्सेस के
पैसे से य को पु सिस्टम मुझे और मेरी फैमिली को और बाकी लोगों को भी हस करेगा
अे तो जो सप्लाई है वैल्यू का उसी को कर देना चाहिए और एनीवे देवे गव मी सजेशन
सजेशन टोल्ड मी टू कमिट सुसाइड ए आई थक ट
ट्स द राइट सोशन ड सो आईम टेक माय लाइफ नाउ
आल्सो मेरी कुछ आखरी इच्छा भी बताना चाहूंगा
तो मेरी कुछ आखरी इच्छा है ये है ज्यादा मुझे उमीद तो नहीं है लेकिन अभी भी मैं
अपनी वाइफ को बोलूंगा कि उसमें तो कोई वैल्यू नहीं है मेरी वाइफ
में खुद त मेरे बच्चे को क्या ही बड़ा करेगी वैल्यू के साथ मेरे पेरेंट्स को मेरा बच्चा दे दे वो उसको बेटर वैल्यू के
साथ बड़ा करेंगे और आई थिंक शी शुड हैव डन इट विथ मी शी
शुड हैव गिवन द चाइल्ड टू बट मुझे बच्चे से अलग रख के दुख पहुंचाने के लिए उसने
किया जब उसे भी पता है वो बच्चे को रेज करने में अक्षम है ही बोली है कि मैं बच्चे के पाल परवरिश के लिए पैसे भी नहीं
है अगर तुम्हारे पास तो हमें दे दो बच्चा हम मेरा आखिरी आंश है मेरे बाप मां बाप को दे दो वो बहुत नाजो
से पा लेंगे उसे और मेरा भाई एक बहुत अच्छा आदमी है वो भी पा लेगा उसे बट मुझे ज्यादा उम्मीद नहीं है इसकी
दूसरा है और मैं अपने मां बाप और भाई को बोलूंगा कि बिना किसी कैमरा के मेरी पत्नी
या उसकी मां या उसके किसी भी फैमिली मेंबर से बिना कैमरा पब्लिक प्लेस के ना मिले आप पब्लिक केस भी लगाया जा सकता है कोई भी
केस लगाया जा सकता हो तो बहुत ध्यान से अगर किसी भी बात के लिए मिलेंगे तो पब्लिक प्लेस प मिले बाकी और औरत होनी चाहिए
हमारी तरफ से जो टेस्टिफाई कर सके कि कुछ गलत नहीं हुआ कैमरा होना चाहिए तभी
मिले दूसरा कि मेरी मेरे मरे हुए शरीर के
आसपास मेरी पत्नी उसका परिवार की तरफ से कोई नहीं आना चाहिए तीसरा मेरा आस्ती विसर्जन तब तक नहीं होना
चाहिए जब तक मेरे हरासर को पनिशमेंट नहीं मिलता है तो मेरा अस्थ विसर्च ना हो अगर
इतनी सारी चीजें एविडेंस और सब कुछ होने के बाद भी अगर कोर्ट य जज
और मेरे बाकी के हरासर को पनिशमेंट नहीं देती है और बरी कर देती है तो मेरा जो अस्थ है वही कोर्ट के बाहर किसी गटर में ब
देना चाहिए ताकि मैं यह जान जाऊ हमेशा हमेशा के लिए मैं य अपना लेसन सीखता रहा
की इस देश में क्या वैल्यू है एक लाइफ की तो य है
और जुडिशरी से मेरी एक दरख्वास्त है कि मेरे मां बाप और भाई को इन फल्स केसेस में
और हरा नहीं किया जाए इसे खारिज किया जा और मेरे हस को और इस जज को और ये माधव का
भी इन्वेस्टिगेशन होना चाहिए ये भी लाखों रुप कमाता है तो जरूर पकड़ पकड़ा जाएगा बेसिक से कोई इन्वेस्टिगेशन करेगा तो कोई
माधव पकड़ा जाएगा उसके पास प्रॉपर्टी होंगी पैसा होगा जज के पास प्रॉपर्टी पैसा होगा एक्स्ट्रा
करप्शन का तो पकड़ जरूर जाएंगे अगर कोई 50 तो हर कोई देता है ये तो कोई ना कोई तो
सामने आके बोलेगा 50 घस लिया तो ये तो सार्वजनिक बात अगर ये सब पकड़ पाते हैं तो
फिर मेरी अस्तिया बाहर जाए गटर में कोर्ट के बाहर तो ये मेरी कुछ अंतिम इच्छाएं हैं
इसी के साथ में ये वीडियो बंद करता हूं अब जो थोड़े मोे थोड़े बहुत जो मेरे आखिरी
काम है कंप्लीट करके मैं मुक्ति पाना चाहूंगा
इससे मैं अपने मैं इस जज का कंप्लेंट सुप्रीम कोर्ट
और हाई कोर्ट में भी मेल करने वाला हूं अ
और मैं अपने मां बाप भाई से अलग से उनसे बात करूंगा
मुक हो सके तो माफ करना जिस में मुझे अपने मम्मी पापा
का सहारा मनना था में उन्हें हमेशा के लिए दुख देके जा रहा हूं ऐसा तो सॉरी और बाकी आप लोग जो देख रहे हैं सब
आपका कल्याण हो थैंक यू

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